मंटो के अफ़साने मह़ज अफ़साने नहीं बल्कि बेचैनियों का गऱम लावा हैं जो दिमाग की नसों से तैरता हुआ दिल मे जा ठंडा हो रहा है।जम के ठोस हो रहा हैं।शायद मंटो हो रहा हैं। #NojotoQuote मंटो #MantoKiKahaniyan#RJSayema#RadioMirchi