मैं मोहब्बत ख़ुद की बयां भी क्या करूं, है ख़ता जो मेरी तेरी उन्हें बेजुबा क्या करूं, इश्क़ है तो मुकम्मल हैं ये रिश्ता भी, तुझे फ़ुरसत मिले तो मैं अपनी कुछ बातें कहूं। मैं मोहब्बत ख़ुद की बयां भी क्या करूं, है ख़ता जो मेरी तेरी उन्हें बेजुबा क्या करूं, इश्क़ है तो मुकम्मल हैं ये रिश्ता भी, तुझे फ़ुरसत मिले तो मैं अपनी कुछ बातें कहूं। #alexcollection #alexcollections #alex