#ग़ज़ल_غزل: २३० --------------------- 2122-2122-2122 मैं हूँ राजा और तू रानी की तरह है ज़िंदगी सचमुच कहानी की तरह है //१ हुस्न तेरा है पहाड़ों की तरह और इश्क़ मेरा बहते पानी की तरह है //२ मैं तरसता हूँ किसी शाइर के जैसा तू किसी कमसिन जवानी की तरह है //३ बाक़ी सब हैं आम शह्रों की तरह पर तेरा चेहरा राजधानी की तरह है //४ वो किसी के दुख में हो जाती है शामिल माँ हमारी बूढ़ी नानी की तरह है //५ 'राज़' हम क्या शह्र जा कर ढूँढ़ते हैं ज़िंदगी तो गाँव ढानी की तरह है //६ #राज़_नवादवी© #lovequote