शीश झुका उस धरती मां को सलाम करती हूँ, मैं आज का गुलाब, उन वीरों के नाम करती हूँ। जो खड़े रहते बर्फ में, तपती धरती के रेत में सर्दी का डर नही, बरसात का गम नही, मैं इस देश के उन वीरों को प्रणाम करती हूँ, मैं आज का गुलाब उन वीरों के नाम करती हूँ। जो कालों के काल है जिनके रक्त से धरती लाल है वो दो दो मां के लाल है जिनकी मुट्ठी में रहता काल है। चलो यारो ऐसे वीरों के नाम एक पैगाम करते है, आज के गुलाब दिवस को शहीदों के नाम करते हैं! ©Vaishnavi Mittal चलो यारो ऐसे वीरों के नाम एक पैगाम करते है, आज के गुलाब दिवस को शहीदों के नाम करते हैं! #HAPPY_ROSE_DAY #happyroseday🌹 #Roseday🌹 #veerjawan