फूलों का नीति शास्त्र भवरों ने अच्छे से समझ लिया है तभी तों वे फूलों पर बैठेते नही बल्कि उनके आसपास मंडराते है गुनुगुनाते है फिर आगे बड़ जाते है लेकिन तितलियों ने इस नीतीशस्त्र मे कोई रूचि कभी नही दिखाई... क्योंकि उनकी रूचि रसायन शस्त्र मे रही है तभी तों ये तितलियों अध्ययन करने. हेतु फूलों पर बैठ जाती है . और उनकी शिराओ का रस चुराकर अपनी रसायन. शाला तक ले जाती है ©Parasram Arora नीति शस्त्र बनाम रसायन शस्त्र