White इबादत फ़रिश्ता तो बना सकती है लेकिन सिर्फ़ इबादतों से इंसान नहीं बनता। इंसान दर्द से बनता है और इंसान को इंसान बने रहने के लिए दर्द को सहना भी पड़ता है और दूसरों के दर्द को समझना भी पड़ता है। और किसी फ़रिश्ते में ऐसी सिफ़त नहीं होती , ये सिफ़त सिर्फ़ इंसान ही रखता है। शायद इसीलिए इंसान बने रहना ज़्यादा मुश्किल होता है, क्यूॅंकि इंसान को न जाने किस-किस तरह के दर्द और ग़म से गुज़रना पड़ता है और बहुत ज़र्फ़ और सब्र के साथ सब कुछ सहना भी पड़ता है । ©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi #farishta #Insaan #Dard #nojotohindi #Quotes #30Sept shayari on life