कैसे मै दिल को संभालु सजना,कैसे के हसरते सजा लु सजना, तेरी अँखियाँ करे सरारत पिया प्रित की वहकी भाषा बोले! जब तू लेबे हैं अँगराई लागे बजती हो दुर कहीं सहनाई, तेरी जो फिर प्रेम मे भींगी बतिया पिया मेरे मनमा मिश्री घोले!! तुने हीं तो मतबारी प्रित नजर की डारी और सज गई हैं फूलवारी, कह कह कर मै हारा पिया तेरे नैना भेद हैं सारे खोले!! वो प्यारी वो प्यारी मिला लै अँखियां सजा ले वैरी रतियां, मै तो तेरे संग प्यार की बाजी हम फिर तेरे आगे पीछे डोले!! पिया मेरे प्रेम की वाग लगा दे री फिर तु हौले हौले शर्मा दे री, फिर तै मेरी सुनी सेज सजा दे री वैरण मेरे दिल मे उठते शोले!! ऐसी प्रेम पढाई फिर तेरी मोहे जगाई तुने सारी सारी रतियां, थोरी तू हैं भोली और मै भोला तू मोहे जगा जा पिया हौले हौले!! मै चाहत मे पिया तेरी पीता हूं चाहत के मद भङ भङ के, एक मै दिलवर मुश्किल मे तूं प्रेम की मदिरा जहां तहां जो ढोले!! कैसे मै दिल को संभालु सजना रोहित तिवारी Vandana Mishra Su Hail HøT_Bõy_Øm