अपने राष्ट्र के हम उन्मुक्त छंद नक्षत्र है, अपनी ही गरिमा अब फैली सर्वत्र है, उन महारथियों की अमूल्य कुर्बानी है, हम खूल कर आजादी मनाते है, क्या हम स्वतंत्र है। उन्होंने देखा था जो स्वप्न आज हकीकत है, जो वो दे के गए उसी में हमारी शिद्दत है, जो हिन्द को जगा दे वंदेमातरम् ऐसा मंत्र है, गुलामी को जंजीरों से हम बाहर है, क्या हम स्वतंत्र है। अब कश्मीर हमने वापस ले लिया है यूं पहरेदारों से, झूठी सत्ता के लालच में डूबे यूं सत्ता धारों से, सबकी मन की चलती है यही तो लोकतंत्र है, फिर भी एक का बोलबाला है, क्या हम स्वतंत्र है। स्वतंत्रता बातों से नहीं अपितु विचारों में है, स्वच्छंद नहीं सराबोर हुंकारों में है, अन्न्याय से लड़ती एकराष्ट्र के जयकारों में है, आपसी मेलजोल और भाई चारों में है, स्त्री की मिटती लाचारों में है, जब इन सारे माइनो में ही षड़यंत्र है, तो क्या आजादी और क्या हम स्वतंत्र है। प्यारे देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। बहुत कुछ न कहते हुए केवल इतना ही कहना है कि स्वतंत्रता का मोल समझें। इसकी रक्षा करें। अपनी आज़ादी को दूसरों के साथ साझा करें। कहा गया है कि साझा करने से विस्तार होता है। जय हिंद। #स्वतंत्रतादिवस #yqdidi #yourquoteandmine Collaborating with YourQuote Didi #yqbhashkar