ना मै पहचान करूँगा अब ना सलाम करूँगा ये बैमान कि हैं दुनिया अब मैं भी बैमान बनूंगा यहाँ सिधे को दर्द देते हैं और टेढ़े को कर्ज देते हैं देखा हूँ दुनिया में यहाँ सब खुदगर्ज रहते हैं अपने में मतवाले रहते हैं दिल के अंदर से वो काले होते है पहचान रखते हैं वो सबसे नाम उचा रखते हैं वो खुद अपना..!! ©Ram babu Ray ना मै #पहचान करूँगा अब ना #सलाम करूँगा ये बैमान कि हैं दुनिया अब मैं भी बैमान बनूंगा यहाँ #सिधे को #दर्द देते हैं और #टेढ़े को #कर्ज देते हैं