लॉंग ड्राइव..... काफ़ी खूबसूरत सफ़र, जिसमें मंज़िल वही है, जहा से सफर शुरू किया, ना रास्ते की परवाह, ना वक़्त की बंदिश वैसे ज्यादा अनुभव नहीं है लॉंग ड्राइव का, क्या करे साथ में कोई जाने के लिए.... वो भी नहीं है, सब दोस्त दूर है, तन्वी पास है पर , उनमें अनु सी बात नहीं ।
अनु, अनन्या,... ऑफिस में साथ में थे एकदम बिंदास मुझे जैसी पसंद, बिल्कुल वैसी.... हेल्दी, बड़ी आँखों वाली, प्यारी आवाज़ वाली और दिल की साफ मतलब मुझ जैसे बन्दे को इतना ही चाहिए । वैसे मैंने कभी कहा नहीं उसको, पर शायद प्यार हो रहा था उससे।
4 साल पहले, एक शाम की बात है मैं और अनु रोज़ की तरह ऑफिस से निकले बातें की काफ़ी देर फिर उसने बाय किया मैंने बोला "रुक ना"
वो बोली "क्यों"
मैं : बर्थडे है मेरा #लव