जिन्दगी समतल सड़क पर सरपट नहीं दौड़ती , बल्कि उबड़-खाबड़ पगड़ंडियों पर गिरती संभलती चलती है । ~ रसिक ~ ©Kanhaya Prasad Tiwari Rasik #SavingLivesOnRoad