यूं होंगे बहुत से हादसे, पर एक यादगार बन जायेंगे, ज़िन्दगी के दिए सबक, जब यूं निखर के आयेंगे, अभी जो भी लोग है ना पास तुम्हारे, अगर कामयाबी नहीं मिली, तो यहीं लोग तानें देने लग जायेंगे, मुकद्दर देगा तुम्हें मौके बहुत, मगर बार-बार चूकोगे तो, मेहनत की हाथों में बस छालें बच जायेंगे, लगाओ दम उठाओं कटार, वरना ज़िन्दग़ी भर हम ये जंग हारे रह जायेंगे। यूं होंगे बहुत से हादसे, पर एक यादगार बन जायेंगे, ज़िन्दगी के दिए सबक, जब यूं निखर के आयेंगे, अभी जो भी लोग है ना पास तुम्हारे, अगर कामयाबी नहीं मिली,