रंग बरसे रंगबिरंगी, आज उनके हाथों से, जिंदगी आज रंगी मेरी, उनके एहसासों से। सारे गिले शिकवे भूलकर, आज वो फिर से आई मेरे द्वारे, देखके उसकी एक झलक, लगा जैसे साक्षात पधारे भगवान। दौड़ा चला गया मैं आँगन में, वह भी दौड़ी सामने से रंग ले के, आमने-सामने हुए हम, और रंग दिया उसने मुझे, फिर से प्यार के रंग में। आज उसकी एक पहल से, मेरी बेरंग जिंदगी फिर से रंगबिरंगी हो गई, इसीलिए तो कहते हैं होली को, रंगो और खुशियों का त्योहार। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-876 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ होली की हार्दिक शुभकामनाएँ 😊💐💐 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।