*तुम्हें अच्छा लगेगा* ग़म में भी मुस्कराओ तुम्हें अच्छा लगेगा । तुम भी न उसे भूल जाओ तुम्हें अच्छा लगेगा ।। वो रातें वो बातें न याद करो उसकी बेवफाई । खुद को थोड़ा कम सताओ तुम्हें अच्छा लगेगा।। न भिगोया करो तुम तकिया उसे याद करके । उसे भी याद में अपनी रुलाओ तुम्हें अच्छा लगेगा ।। उसने थाम लिया है जब किसी गैर के दामन को । तुम भी अपना घर बसाओ तुम्हें अच्छा लगेगा ।। कोई ताउम्र साथ नहीं रहता है किसी के प्रीति । खुद का खुद से साथ निभाओ तुम्हें अच्छा लगेगा।। #कलम_से_प्रीति