आँसू इतने सस्ते भी नहीं क़ि इन्हे मुफ्त मे बहा दिया जाए और आँखों . क़े लेंस की सक्रियता को व्यर्थ मे शिथिल कर दिया जाए ये सम्भव है क़ि थोड़े आँसू बहा कर किसी i की सहानुभूति को बटोरने मे सफलता मिल जाए लेकिन ये अर्जित की हुई सहानुभूति सिर्फ दया का पात्र बनाने से ज्यादा कोई विशेष संदेश नहीं दे पाती सहानुभूति.......