. . . . इतनी भीषण गर्मी में इन फूलों में रंग वो ही भरता है, जो नारियल में इतना मीठा पानी भरता है! वो ही जो बेजान दिलों में प्यार की तरंग भरता है, वो ही जो मेरे सूखे जीवन में जीने की उमंग भरता है। ... मेरा प्यार, मेरा खुदा!