गीत यहीं के हैं गजलें यहीं की हैं खेत यहीं के हैं फसलें यहीं की हैं मुझे घुसपैठिया न बोल हुक्मरान मेरे तेरी ही तरह मेरी भी नस्लें यहीं की हैं मारुफ आलम नस्लें यहीं की हैं/शायरी