बड़ी दिलचस्प सी है बात उतनी ही पुरानी है अदब के हर्फ ये मेरे बुजुर्गों की निशानी है ये सब कहते हैं मेरी बोलियों से फूल झड़ते हैं मेरे लहज़े में ये तहज़ीब पूरी खानदानी है आशीष प्रकाश © #khandani