कुछ बातों को बिखरने दो, तुम मेरे हो मेरे ही रहने दो, इश्क़ निखर जायेगा, तुम इन दूरियों को ना बढ़ने दो, विश्वास की एक कड़ी हैं रिश्तो में, मजबूती से थामो अब ना टूटने दो, ये अफवाहें फैलती है तो फैलने दो, आशिक बेवफ़ा हैं अब सभी को कहने दो, हम-तुम मिल के फिर एक बात दोहराएंगे, कौन किसका तलबगार हैं ये बात रहने दो। कुछ बातों को बिखरने दो, तुम मेरे हो मेरे ही रहने दो, इश्क़ निखर जायेगा, तुम इन दूरियों को ना बढ़ने दो, विश्वास की एक कड़ी हैं रिश्तो में, मजबूती से थामो अब ना टूटने दो,