एक संघर्ष वो भी था.... "पिता जनक भूपाल मणि, श्वसुर भानुकुल भानु। पति रबि कुल के रवि विपिन, सब गुण शील निधान।।" कभी कैकेयी के वचन हित, चली वो पति के साथ।। कभी रखने लाज कुल की, दिया रावण को भी दान। सकल श्रिष्टि के हितार्थ,अग्नि में खुद को दिया उतार।। तो कभी धोबी की मति सुलझाने,चली महल को त्याग। फिर अधिकार को पुत्रों के, तज भी दिये थे प्राण।। किंतु न आयी थी ,निज धर्म पर तनिक भी आँच। एक ऐसी संघर्ष की गाथा थी, जबकि त्रिलोकी थे भगवान।। महाकवि गोस्वामी तुलसीदास से मिली एक संघर्ष की कहानी जो सार है हर जीवन की कहानी का #yqdidi #yqbaba #yqhindi #yqlife #yqstruggle