कहाँ तक अंधविश्वास में जिओगे। पढ़ोगे तभी तो तुम आगे बढ़ोगे ।। कभी बाबा साहेब का संविधान पढ़ो । कभी देख के कांशीराम का संघर्ष बढ़ो।। माता सावित्री बाई के पथ पर चलोगे । पढ़ोगे तभी तो तुम आगे बढ़ोगे ।। भले आएं जितने भी कांटे राहों में । हो बस किताबें तुम्हारे हाथों में ।। क़लम से तुम नया इतिहास रचोंगे । पढ़ोगे तभी तो तुम आगे बढ़ोगे।। करें कोई चाहें कुछ मगर सच यही है । कौम जो हमारी आज आगे बढ़ रही है ।। इसी से आगे चलकर राज करोगे । पढ़ोगे तभी तो तुम आगे बढ़ोगे।। #कलम_से_प्रीति