"अंतर" फर्श और मिट्टी मिले नहीं कभी जैसे राजा और रंक साथ रहे नहीं दिखावटी कहावतें हैं सब उसी मिट्टी से सौंधी महक उठा करती है़ कली खिलती है़ वहीं सख्त फर्श में तिनके तक दिखे नहीं -प्रेरित त्यागी #poor #rich #differences #poetry #hindi #prerit #bangalore #rain