#अछूत उसने मुझे छेड़ा और जब मैं झुकी, तिलकधारी उस पाखण्डी ने मुझे जकड़ लिया, पीछे से... नहीं, नहीं! ... जाने दो भाई! सोहिनी चिल्लाई और हाथ पकड़ भाई को बाहर खींच लाई... उस क्षण, उस पवित्र परिसर में बखा, वह मेहतर! डरा-सहमा स्तब्ध! खड़ा सीढ़ी पर देखता निरंतर भयावह भव्य विराट! कालिमा का तिलस्मी सौन्दर्य... @manas_pratyay #meltingdown #अछूत © Ratan Kumar