Nojoto: Largest Storytelling Platform

रातें बर्बाद कर देता हूँ... ........अक्स

रातें बर्बाद कर देता हूँ... 

        ........अक्सर..... 

सोच के मुल्क -ऎ -शमशीर पे,,,, 

समझनी हो मेरे इश्क की पैमाने... 

तो...... 

कभी हमारी खोलियो से हो के गुजरना.... रातें बर्बाद कर देता हूँ... 

        ........अक्सर..... 

सोच के मुल्क -ऎ -शमशीर पे,,,, 

समझनी हो मेरे इश्क की पैमाने...
रातें बर्बाद कर देता हूँ... 

        ........अक्सर..... 

सोच के मुल्क -ऎ -शमशीर पे,,,, 

समझनी हो मेरे इश्क की पैमाने... 

तो...... 

कभी हमारी खोलियो से हो के गुजरना.... रातें बर्बाद कर देता हूँ... 

        ........अक्सर..... 

सोच के मुल्क -ऎ -शमशीर पे,,,, 

समझनी हो मेरे इश्क की पैमाने...