सुरज तेरे रे आने से भी और जाने से भी सुहाना लगता है मौसोम पेड जल धरती और आकाश को भी बनाता है गुलशन..१ चाहे लगे ग्रहण या बादल करे हरण हर पल हो रोशन बस यही तेरा करम..२ तुझे ना गम है जाने का या गर्व है आनेका बस एक ही खयाल हर रस्तो को सुहाना बनानेका ..3 काश इन्सान भी तूझसे कुछ सिख लेता जो आने जैसी ख़ुशी जाते समय भि दे पाता..४ ©RamdasNarwade #marathi#kavita#Suraj