दीदार -ए-शमा की कल रात थी हर के लफ्ज़ पे था चर्चा तेरा , कुछ ने कहा ये है चाँद सा कुछ ने कहा चहेरा तेरा , हम शामिल थे उस रात में सभी ने हमसे भी पूँछा किया , हम चुप रहे और हँस दिए क्योंकि मंजूर था पर्दा तेरा ।। ----Nirmal patel xxx