शुक्रिया कभी गया नहीं में मदीर या चर्च, पर फिर भी लगता है तू मुझको सच, मन है मेरा उदास पर है तू पास, हट जाएगी बदली ये है विश्वास, जो भी दिया तूने वो मेरे लिए है कम नहीं, बनता है शुक्रिया तेरा आज और अभी। ये मानता हूं मैं की तू भी परीक्षा लेता है, और जितना जरूरी है तू उतना ही देता है, मन बावला मेरा ज्यादा कि है तलाश, लड़ता हूं अक्सर तुझसे पर है फिर भी विश्वास, तेरा कर्ज है ये सांसे को मेरे हक में ही बसी, क्यों नहीं करूं शुक्रिया आज और अभी। तू हर किसी को मिलता नहीं मुझे पता है, पर मुझे ये बता की कहां मेरी खता है, ऐसा नहीं है मैं तेरे होने पर सवाल खड़ा करता हूं, मैं तो तेरे किस्से को और बड़ा करता हूं, मुझे समझ आ गया है गलत और क्या है सही, तो क्यों ना करू शुक्रिया आज और अभी। तू अपनी परछाई मुझे सौंप गया है अब मालूम हुआ, मा की ममता और पिता की क्षमता में दीदार तेरा हुआ, मस्तक झुकता है तेरे चरणों में तो सुकून मिलता है, तेरे होने से ही तो मेरे होने का वजूद मिलता है, कुछ भी नहीं है पर सब है पास मेरे कहीं, तू क्यों का करूं तेरा शुक्रिया आज और अभी। शुक्रिया #yqbaba #yqdidi #yqtales #yqquotes #yqbabachallenge #yqdidihindi #yqbhashkar #yqdidichallenge