#last डे -last exam #कॉलेज बचपन से सुनते आये थे कि कॉलेज जो होता है बड़ी प्यारी और अद्भुत जगह होती है! फिर जब कॉलेज आये तब पता चला कि थ्योरी से ज्यादा तो प्रेक्टिकल बात सही है!!! एक पहला दिन जब कॉलेज के अंदर आया तो एक डर, नया जोश, नये सपने थे, लेकिन दोस्त सारे अंजान थे! गाँव मे बचपन से ही बताया जाता था कि "ई कॉलेज वाले दोस्त न बहुत दुष्ट होवे न " तो इसका भी भुत था! और कॉलेज मे पहला दोस्त बना अपना " शेरा " जिसने इस बात को समझाया कि बे भ्रम है सब, खुल के जियो! यार ई भी बात सही है कि कॉलेज का असली मतलब तो होस्टल मे ही रह के समझा जा सकता है! यु कहु कि छात्र के सर्वाङ्गीड विकास की जिम्मेदारी पुरी तरह हॉस्टल ही निभाता है! पहले दिन का नजारा कुछ यु था कि हर कोई बड़ा सहजा सा, मासुम अंदाज मे मिलता है और दोस्त बन जाते है अब हॉस्टल उनको बाद मे king ऑफ मिर्जापुर बना दे तो अलग बात ! धीरे धीरे समय गुजरने पर पता चलता है कि "अबे गंगाधर ही शक्तिमान है " जैसा कि हुआ सबसे घातक ढंग से अपने K P भैया के साथ (अंकित पटेल), एक बेहद शर्मिला लड़का जब खतरनाक ढंग से गरियाने वाला अंदाज पकड़ ले तब समझ जाते है कि अब लाइन सही है! अब चाहे पाल के साथ फुटबाल खेलना हो या अभिषेक के साथ BA वाली को देखना, अंकित के साथ DEEP CONCEPT ढूढ़ना हो या अनुराग के साथ रहते हुए घर वालो को भी भुल जाना हो! कभी शादियो मे चोरी से घुस के खाना खाना, या मेस मे पनिर के लिए लडाई करना हो, शेरा के साथ हर कांड करना हो या निश्चल के साथ लडाई करना हो, अमन के साथ pasword हैक करना हो या दुबे जी के साथ राजनीति के चर्चा करनी हो, अब चाहे अपने लौंडो के साथ धरना देना हो या exam के समय अजीबो गरीब ढंग से एक ही रात मे पढाई करना हो, चाहे होस्टल मे जन्मदिन पर शानदार चप्पल के साथ स्वागत करना हो, या घर से खाने वाले समान को लाने वाले से पहले खा जाना हो, या चाय पीने के चक्कर मे रात मे 12*30 बजे 100किलोमिटर दुर चले जाना हो! अब अनुराग , अंकित अभिषेक गुप्ता(कंजुस्), अपना अभिषेक पाल ब्रो, रवि पाल, निश्चल, रिमझिम, अमन,धमेंद्र, अभिषेक वर्मा, और पता नही कितने ऐसे ही पुरी जिंदगी दिल पर राज करने वाले , जिनकी कीमत खुद से भी ज्यादा हो गयी है!! यारो हम बस दुर हो रहे है, लेकिन प्यार और साथ हमेसा बना रहेगा! जब कभी मै कोई गलतीया करूँगा, जब कभी डगमगाउंगा, जब कभी हारूँगा, जब कभी टूट जाऊंगा या जब कभी बहुत खुश या दुखी होऊंगा, या जब कोई लड़की पसंद आ जायेगी या कोई भी स्थिति आ जायेगी तो बहुत याद आओगे बे तुम लोग! मुझे याद रहेगा सत्यम भाई तुम्हारा, मेरे खातिर हनुमान जी लड्डू खिलाना, या अंकित, अभिषेक पंचर गाड़ी को 20km दूर तक पैदल ले कर आना! पता नही यारो कितनी बड़ी है जिंदगी, लेकिन मुझे इतना पता है कि "तुम सब लीजेंड हो, और ऐसा बनोगे कि लोग तुम सबका उदाहरण दिया करेंगे!! !! बाबा श्री काशीविश्वनाथ से प्रार्थना रहेगी कि दुनिया की हर वो सफलता जिसे लोग पाने के लिए तरस जाते हो, वो तुम सब के लिए मिट्टी के बराबर हो !!! बाकी बहुत याद आओगे बे तुम सब मै कोई गलतीया तो करता नही हु, लेकिन फिर भी 4सालो मे किसी भी बात के लिए बुरा लगा हो तो दिल से SOORY यारो!!! "#MISSS UH ALLL BHAI लोग #LOVE UH ALL जिगरछळो " !! प्रशांत शुक्ला!! ©प्रशान्त पंडित (जौनपुरिया लौंडा) #alonesoul