माना ठोकरें लगेंगी पर थमना नहीं संभलना होगा, मंज़िल की चाह है तो काँटों पर भी चलना होगा। यूं ही नहीं सफलता का स्वाद तुम चख पाओगे, हीरे जैसा चमकना है तो अग्नी की ताप में जलना होगा। #MyWordsFrmMy❤