जीवन में जीभ ही वरदान है और जीभ ही अभिशाप है ना हो तीखी तो वरदान है हो तीखी तो अभिशाप है सब है जीभ की माया जिससे कोई बच ना पाया जिसने इस पर काबू पाया वही संसार में सच्चा कहलाया खड़ी हो रही थी सुंदर महल की इमारत लेकिन लोभी जीभ ने करवा दी महाभारत कर लो इसे अपने वश तभी खत्म होगी कशमकश जीभ पर लगाम लगाना है यही सबको बतलाना है Yakshita Jain ( 22 April 2020) control on tongue