मै राजा पैंसो का होता किये करम भी साफ होता..... पत्थरोंसे ज्वाला बहेती ..... हर चीज कभी मन के मुताबिक नहीं होती.... मुताबिक होते अगर सारे गरीब शब्द नहीं होता..... अमीर होके भी बहोत झगडा़ होता..... देखे थे सपनें बहोत निंदो मे अगर होता मन के मुताबिक कभी खुद सोय नहीं होते..... राहत ना मिलती दिल को सुबह हर वक्त रहती...... ना होती फिर रात कभी ...... चांद पे बैठके प्यार का झुला झुलते रोना आये तो भगा देते. अच्छा ही है लेकीन मन के मुताबिक नहीं होता..... यही पंक्तियो को लिखने को ज्यादा वक्त नहीं लगता..... अच्छा ही है जो सोचते वही नहीं होता..... मछली हवामे, पंछी नदी मे तैरते...... ना दु:ख कभी हर वक्त हंसते..... हातों को इतना काम नहीं होता...... पेट भरणे केलिये जिम्मेदारी कौन लेता...... अच्छा ही है नियतिके मुताबिक ही चलता है..... फिर भी हम बदलना चाहते है..... तु लेके साथ हमे ,हम तुझे बदलने लगे..... होता मन के मुताबिक कुदरत को खतम कर देते.... #मनमुताबिक़ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #हिंदीमेरीभाषा #yqquotes #yqfamily 🙏😇🙏. नहीं होता मन के मुताबिक अच्छा है नहीं तो क्या करतें हम