जब देखा था उसको पहली बार ऐसा लगा जेसे हो गया मुझे उनसे प्यार देखा उसे हर जगह हर बार पर वो नजर न आई एक बार न जाने उनको ऐसा क्या हो गया मिलन बिना ही में ज़ुदा हो गया उनकी पहली नजर में वो सच्चाई थी न जाने कुदरत ने दी उनको कोन सी अच्छाई थी मानो जेसे वो प्यार की बनी मुरत हो दुनिया में सबसे प्यारी उनकी सूरत हो सोचता हूं कि वो भी मुझे प्यार करे बेशुमार न उसमें दिखावा हो और न हो वो लाचार न जाने उस शख्स से हो गया केसा प्यार है हर पल मेरी आँखों को रहता उसी का इंतजार है महेंद्र बंशी मेघवंशी