अपनों की झूठी कसम कैसे खा जाते हैं? बने बनाएं घर को नेस्तनाबूद कर जाते हैं।। खुदा बरकत न करे कभी उन घरों में आलोक, जो किसी की अस्मत जबरन लूट ले जाते हैं।। ©आलोक अग्रहरि #अस्मत