चुनो एक मंज़िल,चुनो एक राह चलो निकालो किश्तियाँ ,सागर में अथाह। चलते चलो ध्येय पथ पर, बढ़ते चलो लक्ष्य रथ पर. न कोई सहारा ढूंढो न कोई कोई बहाना ढूंढो अपनी कसर का न तुम कोई फसाना ढूँढो। मिट जाओ लूट जाओ तुम कर्म पर हो जाओ बलिदान तुम धर्म पर. क्यूंकि जो करते है संघर्ष सदा होते वही है सफल -विजयी. और जो टकराते है तुफानो से वही रचते है कीर्तिमान सदा.