हाय संस्कृति मेरी क्यों आगे फैशन के शर्माती है साडी पहन के माता जब स्कूल कांन्वेंन्ट जाती है डीलडौल वस्त्र देख चपरासी अंदर को आने देता है वरना हो गई खत्म क्लास ये कहकर जाने देता है जितने में हम तुमने है ली जो शिक्षा स्नातक की उतने में अब बच्चा सीखे अ आ अनार बारहखडी अंक है अव्वल लेकिन फिर भी अकल क्यों नहीं आती है फीस पुस्तक पोषक हेतू वो एच आर फोन लगती हैं हाइजीन के नाम पे मैडम दिन भर हाथ धुलाती हैं मई जून की गर्मी में फिर सबको कीजड खिलवाती है रंग रंगोल वहाँ से लाना, पेन पोषक भी वही से लाना शिक्षा स्कूल संस्थान नहीं अब व्यापार समझ में आते हैं बच्चों के पढने से पहले पालक अनपढ हो जाते है ग्रेज्यूटी रिटायरमेंट के पैसे भी शिक्षा में घुस जाते है #शिक्षा_का_फैशन #HappyTeachersDay2021 #TeachersDay #EducationSystem #Sadharanmanushya ©#maxicandragon हाय संस्कृति मेरी क्यों आगे फैशन के शर्माती है साडी पहन के माता जब स्कूल कांन्वेंन्ट जाती है डीलडौल वस्त्र देख चपरासी अंदर को आने देता है वरना हो गई खत्म क्लास ये कहकर जाने देता है जितने में हम तुमने है ली जो शिक्षा स्नातक की उतने में अब बच्चा सीखे अ आ अनार बारहखडी