लकीरें हाथों कि लकीरें अगर साथ देती मेरा तो आज तुम साथ होते, ना जाने क्यों खींची गई ऐसी लकीरें जिसमें तुम साथ नहीं होते। To my love Devanshi, लकीरों से चुराकर तुम्हें अपना बनाऊंगा, चाहे कोई तुम्हें होना मंजूर तुम्हें छीन लाऊंगा। खुदा को भी देनी होगी इबादत इस रिश्ते को, वरना कसम हमें तुम्हारी इस दुनिया को तबाह कर दूंगा। हमें कोई रोकके तो दिखाएं उसे भी इस दुनिया से हटा दूंगा, प्यार में मेरे इतनी ताकात हैं कि तुझे लोटकर आना ही पड़ेगा।