योग्यता एक आग सीने में जलाए रखो, बेशक ठंडी हो पर चिंगारी लिपटाए रखो, बहुत कुछ बदल देगी अंदर की गर्मी, तू तप कर सोना बनेगा बस ताप बढ़ाए रखो। अगर अंदर की गर्मी कम पड़े तो पन्ने पलट लेना, कुछ अपने अंदर पर भरे हुए ज़ख्मों को कुरेद लेना, वक्त सब ठीक कर देता है इसका कभी मत सोचना, जब कोई पल तुम्हारे अनुकूल हो तो वक़्त बदल देना। थकन कभी मन में आए तो ये उपहास तेरी होगी, कोई तुझे छोड़ गया है इसमें भी तू ही दोषी, पर बदल दे सारे वक़्त का दरिया और दिखा समुंदर, की अंधेरी रात की भी रोशनी होती होगी। चल अब शाम ढल गया और तेरा वक़्त बदल गया, जो तुझे कभी चाहते थे उनके नजरों में तू बदल गया, तू चाहे भी तो फिर से वो पल अब लौट के नहीं आयेगा, तेरी पहचान कभी इश्क़ था अब योग्यता बन गया। योग्यता #yqbaba #yqdidi #yqtales #yqquotes #yqdada #yqhindi #yqbhashkar #yqdidichallenge