मेरी आजादी की कीमत न पूछो, गुलाम हो गया जंजीर तोड़ते तोड़ते। ये दौलत ये शौहरत मेरे पास जो आती नही ये दुनिया मुझे भाती नही, सबको नापसन्द हो गया ये जोड़ते जोड़ते। पगडंडियां रास्ते सब ढूंढे नही मिली वो मंजिलें कभी, के खुद रास्ता हो गए दौड़ते दौड़ते। मेरी आजादी।। गुलामी।। #आजादी#कीमत#गुलामी