उसकी उलझी लटें, कानों के झूमके, वो पल्लू की सलवटें, बड़ी हसीन लगती है। उसका मुस्कुराना, और फिर खामोश होजाना, ये अदाएं बड़ी दिल नशीं लगती है। उसके होठों की लाली, गालों की रंगत गुलाली, दिलकश उसकी आवाज़, कानों में रस भरती है। उसकी नफ़ीस अदाओं पर, ये दिल रिझाया है। हुज़ूर हिफाज़त से रखिए आप अपना फन, क्यूंकि, आपका दीदार ही हमारा सरमाया है। ©S ANSHUL'यायावर' सरमाया