अल्फाज़ों से इज़हार भेज रहा हूं, ख़त के साथ बहुत सा प्यार भेज रहा हूं, उदास न होना कि मैं इस बार भी छुट्टी लेकर न आया , पानी तुम्हें अपने हाथों से न पिला पाया, मुझे पता है तुम्हें मेरी याद आज बहुत अाई होगी, दुल्हन जैसी सजी होगी तुम और हाथों पर मेंहदी भी लगाई होगी, सरहद पर हूं तो क्या हुआ? अंदाज़ ख़ूब है मुझे तुम्हें देखकर चांदनी आज फिर शर्माई होगी, पानी न पिया होगा और दिन की हर घड़ी मेरी याद में बिताई होगी, चांद निकलते ही तुमने तस्वीर मेरी उठाई होगी, पर तुम तो जानती हो कि मुझे "सैनिक" होने का फर्ज़ निभाना था , कर्ज़दार हूं देश का , कर्ज़ भी तो चुकाना था, मगर तुम्हें मेरी कसम , आँखों में आंसू न आने देना कि उस चांद से प्यारी तुम्हारी सूरत है, जाना माफ़ कर देना मुझे कि इस वक़्त तुमसे ज़्यादा मेरे "वतन" को मेरी ज़रूरत है!! "एक सैनिक के द्वारा करवाचौथ पर अपनी पत्नी को लिखा हुआ ख़त जो सरहद पर तैनात है" !! "कि इस वक़्त तुमसे ज़्यादा मेरे वतन को मेरी ज़रूरत है"!! HAPPY KARWACHAUTH TO All !! #प्रेम #फर्ज़ #कर्ज़ #वतन #सैनिक #त्योहार