रोक सको, तो रोक लो नदी का प्रवाह हवाओं का बहना और... बच्चे की मासूम खिलखिलाहट!! तुम्हें आभास नहीं लेकिन उभर आता है तुम्हारे ही सम्मुख - वह सैलाब... तुम्हें दस्तक दिए बिना। #प्रतिगामी_परिवर्तन @manas_pratyay ©river_of_thoughts #pratigami_pariwartan © Ratan Kumar