रोज़े अपने सर पर मेरे हिस्से के सब बोझे रखती है अपनी आँखों में मेरी खुशियों के मौके रखती है ! उसको मालुम है कि मेरा भूखा रहना ठीक नहीं तभी तो मन में रखकर मंदिर वो रोज़े रखती है ! #रोज़े