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रोज़े अपने सर पर मेरे हिस्से के सब बोझे रखती है अ

रोज़े 
अपने सर पर मेरे हिस्से के सब बोझे रखती है 
अपनी आँखों में मेरी खुशियों के मौके रखती है !

उसको मालुम है कि मेरा भूखा रहना ठीक नहीं 
तभी तो मन में रखकर मंदिर वो रोज़े रखती है ! #रोज़े
रोज़े 
अपने सर पर मेरे हिस्से के सब बोझे रखती है 
अपनी आँखों में मेरी खुशियों के मौके रखती है !

उसको मालुम है कि मेरा भूखा रहना ठीक नहीं 
तभी तो मन में रखकर मंदिर वो रोज़े रखती है ! #रोज़े