हाथों की ये लाली पसंद है, तुझे वो हरियाली पसंद हैं, वक़्त कितना सुकून भरा था तेरे मेरा, ये तस्वीर की गहराई पसंद है, कब तलक यूहीं टूट कर बिखरे रहोंगे, फिर चाहोंगे मुझे या खामोशियों के साथ रहोंगे, मैं मुक़द्दर भी बदल दूं तक़दीर का, तू साथ हो मेरे ये कब ज़ाहिर करोंगे। #loveuforever #ishqteraishqmera #दर्द_ए_दिल #alex #alexcollection #pyaarmera #jnvsupaul #asetheticthoughts