दुरसे देखी दरारे नजीदिक लगती है जाकर देखे तो सच नहीं है..... ईबादत मोहब्बत की बाते ऊपर ऊपर से है..... सपना सही लगता हैं पर सच नहीं है.... जींदगी का गाणा रूलाकर रखे वादे सच्चे भी झुठे.... पराया पंछी क्या और सोचे पेड़ को लटका फल मेरा होगा बतादो उसे वहा तेरा दुश्मन खडा़..... सच बोलियां झुठी होती है, सच को मारकर झुठा अपना लिया है...... खा कर मुह लाल हो जाय, रंग लिया केशर से वह पान होता है..... चिटियों को पाणी का बुंद समंदर लगता है, झुठी कुदरत तुझे फसा रही है...... लगता सब हमारा सुनने केलिये बे काबु है..... अंदर की बात सुनों गालियां बक रहे...... आंखो को दिवाना कर देने वाली कुदरत भी ... पलक झपके खतम हो जाये..... कितना भी अच्छा हो सच नहीं ....... गड्ढे का पाणी कम लगे गहराई बहोत सारी..... प्यार की बोली भी सच नहीं..... सच नहीं है... #सचनहींहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqhindi #yqthoughts