मेरे दूर की दोस्त बिन संगीत भी खूब नचती है कैप्शन अल्हड़ प्रेम दीवानी सी वो माया रूप में संवरी है मेरे दूर की दोस्त बिन संगीत भी खूब नचती है जब भी कॉल करूं तो कई कहानियां तैयार रखती है इसमें ऐसा उसमें कैसा, सवाल में बवाल बहुत करती है और हर बार कहती है मुझे शादी नहीं करनी बच्चे... रब तो दिखा नहीं मगर उसमें एक छोटी बच्ची दिखती है वो दोस्त कुछ न करके भी अपनी हठ में रहती है