#OpenPoetry मुझसे बेरुख़ी कुछ इस तरह जताती है वो। ख़फ़ा जब होती है काजल बहुत बहाती है वो।। काज़ल बहाती है वो। #बेरुख़ी#जताती#ख़फ़ा#काज़ल