#2021_का_पहला_सपना कल रात एक सपना देखा पहले कभी नही ऐसा देखा तिलक लगाकर अल्ला घूमे गीता रामायण को वो चूमे ईसा दिखा लिए बांसुरी दूध दही की करे वो चोरी पग्गा भुंसारे चिल्लावे लंगर मे बिरयानी बटबावे बिन अदरक बिन लहसुन वाले शाम हुई मदनी मे सारे पता नही क्या देख रहा हूं या भविष्य ये देख रहा हूं और न जाने क्या क्या दिखता अगर पडोसी कुत्ता न चीखता ऐन वक्त पर टूटा सपना उठे बराबर मोबाइल थथोला अपना 😂😂😂😂😂 #आज_का_सपना #Sadharanmanushya ©#maxicandragon #2021Wishes #2021_का_पहला_सपना कल रात एक सपना देखा पहले कभी नही ऐसा देखा तिलक लगाकर अल्ला घूमे गीता रामायण को वो चूमे ईसा दिखा लिए बांसुरी दूध दही की करे वो चोरी पग्गा भुंसारे चिल्लावे