#कुण्डलिया छंद# --------------------------------------------- 1- कोरोना का आ गया, फिर से नया प्रकार। रूप बदलकर वायरस, आ जाता हर बार।। आ जाता हर बार, हो गया मुश्किल जीना। जीवन का सुख चैन, दुष्ट कोविद ने छीना।। रहना हमें सतर्क, नहीं धीरज है खोना। होगा शीघ्र निदान, पस्त होगा कोरोना।। 2- जाते-जाते दे गया, ओमिक्रॉन इक्कीस। लेकिन बूस्टर ला रहा,नया साल बाईस।। नया साल बाईस, रहे सबको सुखदाई। सुन लो मन की बात, आप सब बहिनो भाई।। बीते अगला वर्ष, सभी का हँसते-गाते। नया ख़ौफ़ इक्कीस, दे गया जाते-जाते।। #हरिओम श्रीवास्तव# ©Hariom Shrivastava #together