मारा घाट माँ बिराजत , श्रीनाथजी यहमुनाजी महाप्रभुजी , मरू मांडू छे गोकुल वानर वन , मारा तन न आंगनिया माँ तुलसी न वन , मारा प्राण जीवन , मार घाट माँ बिराजत , श्रीनाथजी यहमुनाजी महाप्रभुजी मारा आत्म न आंगन श्री महाकृष्णाजी , मरी आँखों दिशे गिरधारी रे धरी , मरू तनमन ठयऊ जेने वारि रे वारि , मार श्याम मुरारी , मार घाट माँ बिराजत , श्रीनाथजी यहमुनाजी महाप्रभुजी मार प्राण ताकि मने वैष्णव व्हाल , नित्य करता श्रीनाथजी ने काल रे वाला , में तो वल्लभ प्रभूजीने कीध छे दर्शन , मरू मोहि लिधु मन , मार घाट माँ बिराजत , श्रीनाथजी यहमुनाजी महाप्रभुजी हूँ तो नित्य विठालवर्णी सवार करूँ , हूँ तो आते समा केरी झांकी रे करूँ , में तो चितडुं श्रीनाथजीने चराने धरयुं , जीवन सफल करयूँ , मार घाट माँ बिराजत, श्रीनाथजी यहमुनाजी महाप्रभुजी में तो भक्ति मार्ग करो सांग रे साधो , में तो पुष्टिर मार्ग करो सांग रे साधो , मने धोद कीर्तन करो रंग रे लाग्यो , में तो लालाणी लाली करो रंग रे माग्यो , हिर्लो हाथ लाग्यो , मार घाट माँ बिराजत , श्रीनाथजी यहमुनाजी महाप्रभुजी आवो जीवनमा लावो फरि कड़ी ना मेल , वारिवारे मानव देहा कड़ी ना मेल , फेरो लाखरे चोरासिनों मारो रे फाडे , मने मोहन मेल , मार घाट माँ बिराजत , श्रीनाथजी यहमुनाजी महाप्रभुजी मारी अंत समय केरी सुनो रे अर्जी , लेजो शरणो माँ श्रीजी बाबा दया रे करि , मने टेड़ा रे याम केरा कड़ी ना आवे , मारो नाथ टेड़ावे , मार घाट माँ बिराजत , श्रीनाथजी यहमुनाजी महाप्रभुजी , मरू मांडू छे गोकुल वानर वन , मार तन न आंगनिया माँ तुलसी न वन , मार प्राण जीवन , मार घाट माँ बिराजत , श्रीनाथजी यहमुनाजी महाप्रभुजी श्रीनाथजी यहमुनाजी महाप्रभुजी बोलो श्रीनाथजी यहमुनाजी महाप्रभुजी बोलो श्रीनाथजी यहमुनाजी महाप्रभुजी बोलो