रौशनी मेरे ख्वाबों की वो आँखें सहन न कर सकी.., कैफियत-ए-चश्म..मेरी ख्वाहिशों की,शायद..उनके माफ़िक न थी.., **कैफियत-ए-चश्म--quality,nature, state, condition of glance #अंजलीसिंह #YourQuoteAndMine Collaborating with Ro.L.I🎀 🌼पुष्प🌼🌼thanks for inviting me my loving laado.. God bless you..